एक छोटे से भारतीय गाँव में, गंगा नाम की एक युवती रहती थी। वह अपने गाँव की सबसे दयालु और मेहनती लड़की थी। हर सुबह वह उगते सूरज के साथ उठती और अपने परिवार की मदद करने के लिए दिन भर काम करती। एक दिन, उसे जंगल में एक घायल हाथी का बच्चा मिला जिसके पैर में फँस गया था। अन्य ग्रामीण डर के मारे भाग गए, लेकिन गंगा ने हिम्मत नहीं हारी। उसने अपने सीमित साधनों से हाथी के बच्चे को फँसे से मुक्त करवाया और उसे जंगल में वापस ले गई। इस घटना ने पूरे गाँव में उसकी बहादुरी और दयालुता की कहानी फैला दी। गंगा की कहानी यह सिखाती है कि साहस और करुणा किसी भी बाधा को पार करने में मदद करती है।